महिला अध्ययन केन्द्र
डॉ. अमीना तहसीन (सीडब्ल्यूएस), निदेशक
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Phone Number(s): 9849583970प्रस्तावना:
मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी(मानू) 1998 में संसद के एक अधिनियम द्वारा स्थापित एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय है। विश्वविद्यालय का जनादेश उर्दू भाषा को बढ़ावा देने और विकसित करना एवं पारंपरिक और दूरस्थ पाठ्यक्रम के माध्यम से उर्दू माध्यम में व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा प्रदान करना तथा महिला शिक्षा एवं सशक्तिकरण पर ध्यान केन्द्रित करना। मानू का मुख्यालय एवं मुख्य परिसर गच्चीबौली, हैदराबाद, तेलंगाना राज्य में स्थित है, विश्वविद्यालय 200 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। विश्वविद्यालय में भारत के सभी कोनों से छात्र और कर्मचारी आए हैं। वे विश्वविद्यालय के ज्ञान की सभी विधाओं में गुणवत्तापूर्ण उर्दू शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए अपनी प्रतिबद्धता से आकर्षित होते हैं।
पत्र संख्या एफ.7.28 / 2002 / एनएफई.II, दिनांक दिसंबर 2004, के द्वारा मानू, महिला अध्ययन केन्द्र को अनुमोदित किया गया है। दिनांक 02 अप्रैल, 2005 से केन्द्र ने औपचारिक रूप से कार्य आरंभ कर दिया। प्रो.वी.एन.राजशेखरन पिल्लै, उपाध्यक्ष, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने इस केन्द्र का उद्घाटन किया। अपनी स्थापना के पश्चात से केंद्र सक्रिय रूप से शिक्षण, प्रशिक्षण, अनुसंधान, विस्तार और पक्ष-समर्थन जैसी गतिविधियों में संलग्न है। इन गतिविधियों के माध्यम से केंद्र उर्दू बोलने वाली महिलाओं के सशक्तीकरण और सामुदायिक स्तर पर लैंगिक समानता की अवधारणा को फैलाने पर ध्यान केंद्रित किए हुए है।
केन्द्र के उद्देश्य :
- उर्दू का ज्ञान रखने वाली महिलाओं को शिक्षण, अनुसंधान, प्रशिक्षण एवं पक्ष-समर्थन के माध्यम से सशक्तिकरण के लिए कार्य करना।
- महिला समुदाय के उन्नयन के लिए महिलाओं द्वारा एकजुट होकर कार्य करना।
- महत्वपूर्ण मुद्दों पर जेंडर (लिंग) विश्लेषण को सुसाध्य करना।
यूजीसी द्वारा प्रायोजित सभी महिला अध्ययन केंद्रों में, केवल मानू,महिला अध्ययन केंद्र विशेष रूप से उर्दू बोलने वाली महिलाओं. के सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक विकास के लिए कार्य कर रहा है। सीडब्ल्यूएस-मानू उर्दू भाषा में सामुदायिक स्तर पर महिला मुद्दों पर सूचना का प्रसार भी कर रहा है। केंद्र अपने कार्यक्षेत्र कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं के अध्ययन की अवधारणाओं को समझने का अवसर प्रदान कर रहा है। सीडब्ल्यूएस-मानू विशेष रूप से लैंगिक समानता संवेदीकरण कार्यक्रम पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और महिलाओं के खिलाफ भेदभाव के उन्मूलन और आय सृजन गतिविधियों में भागीदारी के लिए सामुदायिक स्तर पर महिलाओं के लिए कौशल विकास पर प्रशिक्षण दे रहा है।
सीडब्ल्यूएस का संकाय एम.ए(महिला अध्ययन) के शिक्षण में सक्रिय रूप से लगे हुए है और महिला शिक्षा विभाग एम.फिल एवं पीएच.डी पाठ्यक्रम में अनुसंधान मार्गदर्शन प्रदान करता है, एवं उर्दू भाषी समुदाय में महिला शिक्षा के प्रचार में भी शामिल हैं तथा मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली से लड़कियों के ड्रॉपआउट को नियंत्रित करने के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
कुछ महत्व वाले क्षेत्र जिन पर कार्य किया जा रहा है
- महिला मामलें (निजी एवं सार्वजनिक- उर्दू बोलने वाली महिलाओं के विशेष संदर्भ में)
- महिला शिक्षा, स्वास्थ्य,सशक्तिकरण,अधिकार
- महिला एवं हिंसा (निजी एवं सार्वजनिक)/li>
- महिला एवं साहित्य-नारीवाद आलोचक
- महिला, मीडिया एवं सूचना प्रौद्योगिकी
प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से सीडब्ल्यूएस निरंतर स्लम क्षेत्रों में महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक और शिक्षा सशक्तीकरण में लगी हुई है। केन्द्र का उद्देश्य महिलाओं को उनके अस्तित्व और समृद्धि के लिए उनके संवैधानिक और व्यक्तिगत अधिकारों के बारे में जागरूकता प्रदान करना है।
संगोष्ठी, परिसंवाद, जेंडर (लिंग) मामलों पर विस्तार व्याख्यान और “महिला अध्ययन” पर जेंडर(लिंग) संवेदीकरण और प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम पर कार्यशालाएं केंद्र के महत्वपूर्ण घटक हैं। मानू में सीडब्ल्यूएस निष्ठा से विभिन्न गतिविधियों के साथ महिला सशक्तिकरण की दिशा में कार्य कर रही है।