कुलानुशासक को छात्र समुदाय में अनुशासनात्मक वातावरण बनाए रखने की जिम्मेदारी दी जाती है। उनके द्वारा छात्रों से संबंधित सभी अनुशासन के मामले देखें जाते है।
विश्वविद्यालय की विधियों में कहा गया है कि :
-
- कुलानुशासक, कुलपति की सिफारिश पर कार्यकारी परिषद द्वारा नियुक्त किया जाएगा और इस प्रकार की शक्तियों का प्रयोग और कर्तव्यों का पालन करेगा जो कुलपति द्वारा उन्हें सौंपी जा सकती है।
- कुलानुशासक दो वर्ष की अवधि के लिए पद धारण करते हैं और पुनः नियुक्ति के पात्र होते हैं। इसके अलावा संविधियाँ जो "विश्वविद्यालय के छात्रों के मध्य अनुशासन का संरक्षण" शीर्षक के अंतर्गत कही गई है :
-
- विश्वविद्यालय में छात्रों के संबंध में अनुशासन और अनुशासनात्मक कार्रवाई से संबंधित सभी शक्तियाँ कुलपति के पास होंगी।
- कुलपति अपनी सभी या किसी भी शक्ति को उचित समझे जाने पर कुलानुशासक को सौंप सकता है और वह इस संबंध में इस तरह के अन्य अधिकारियों को निर्दिष्ट कर सकता है।